ताजमहल भारत का सुप्रसिद्व स्मारक हैं , क्योंकि ये हमारी देश का परिचय कराती हैं जिसके कारण भारत का नाम सारी दुनिया जानती हैं इसकी सुरक्षा भारत की जिम्मेदारी है ये बात है 1971 की हैं जब भारत और पाकिस्तान की बीच में युद्ध लड़ा जा रहा था। तब पाकिस्तान के लड़ाकू विमान भारत के सीमाओं में घुस कर आगरा तक पहुँच गए थे क्योकिं उनका टारगेट आगरा का ताजमहल था। वो इस के साथ में ताजमहल को बम उडाना चाहते थे!
लेकिन हैरानी की बात ये है की पाकिस्तानी लड़ाकों विमानों को ताजमहल दिखा तक नहीं और वो वापस लौट गए
दोस्तों अब आप ये सोच रहे होंगे की इतना बड़ा ताजमहल आखिर गायब कहा हो गया ,दरअसल ये भारत का मास्टर प्लान था की ताजमहल 15 दिनों तक युद्ध के दौरान हरे कपड़ो से ढककर रखा गया था और इसके आस पास हरे पेड़ पौधे लगा दिए गए थे ताकि आसमान से देखने पर ये हरी घास की तरह दिखे और हुआ भी की कुछ यूहीं
1971 में पाकिस्तान सेना ताज महल को निशाना बनाना चाहती थी। खुफिया रिपोर्ट मिली की पाक वायुसेना आगरा में हवाई हमला कर सकती है। ऐसे में सरकार ने तुरंत ताजमहल को हरे कपड़े से ढकवा दिया। सरकार का प्लान था कि जब पाक वायुसेना के विमान ताजमहल के ऊपर से गुजरेंगे तो वे उसे हरियाली वाला इलाका समझ कर वापस चले जाएंगे। वहीं इसके साथ चांदनी रात में ताजमहल की जमीन पर लगे संगमरमर चमके नहीं, इसके लिए उस पर झाड़ियों को रखा गया था। करीब 15 दिनों तक ताजमहल पर हरे कपड़े से ढका था।
पाकिस्तानी लड़ाकू विमान इसके ऊपर से कई बार गुजरे पर उन्हें पता ही नहीं चला की ताजमहल आखिर हैं कहाँ और इस तरह ताजमहल को ताजमहल को बचा लिया गया