पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन पर क्यों मनाते है बाल दिवस।
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी का इस दिन जन्मदिन था। नेहरु जी को बच्चों से काफी ज्यादा लगाव था। बच्चे उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कह कर बुलाते थे, इसलिए हर साल नेहरू जी के जन्मदिन के अवसर पर हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है।
पंडित नेहरू जी का जन्म 14 नवंबर 1889 में हुआ था। उनके पिता जी का नाम मोतीलाल नेहरू था जो की एक बैरिस्टर थे। घर में किसी चीज की कमी नहीं थी, पैसे की कोई दिक्कत नहीं थी।
पंडित जवाहरलाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) ने हैरो और ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज में जाकर अपनी पढ़ाई पूरी की. उन्होंने इनर टेम्पल से कानून की पढ़ाई की और लॉ ग्रेजुएट हुए.
नेहरू जी की पढ़ाई
प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) को कई बार नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था। उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सरकारों की तरफ से लगभग 11 बार नॉमिनेट किया गया था।
कई बार नेहरू जी के ऊपर हत्या की कोशिश की गई लेकिन वे बच गए। 27 मई, 1964 को जवाहर लाल नेहरू का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।
चार बार हत्या की नाकाम कोशिश
वे जनवरी 1934 से फरवरी 1935 तक जेल में रहे। जेल में ही उन्होंने 'स्वतंत्रता की ओर' (Toward Freedom) अपनी आत्मकथा (ऑटोबायोग्राफी) लिखी।
जेल में लिखी आत्मकथा पर किताब
पीएम बनने के बाद नेहरू को अपने साथ सुरक्षा गार्ड ले जाना पसंद नहीं था। उनका मानना था कि इससे लोगों को काफी परेशानी होती है। नेहरू एक कश्मीरी पंडित थे, इसलिए उनके नाम के पीछे पंडित लगा है.
जब 58 साल के हुए उसी साल वे देश के प्रधानमंत्री बने। वे देश के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 17 साल प्रधानमंत्री की पद को बखूबी निभाया। पहले बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था, लेकिन नेहरू के सम्मान में इसे 14 नवंबर को मनाया जाने लगा